शुक्रवार, 28 नवंबर 2014

अगर आप फेसबुक और whatsapp दोनों प्रयोग करते है तो ज़रूर पढ़िए।

सेल्फ़ी, फेसबुक और व्हाटसएप्प ये तीन शब्द हम सभी के लिए सहज हैं और ज़्यादातर लोग इन्हें बड़ा हलके ढंग से प्रयोग करते हैं। मेरा हमेशा से मानना रहा है जैसे सोशल ऐतिकेट्स होते हैं, फ़ोन पर बात करने की कुछ तहज़ीब होती है वैसे ही सोशल मीडिया के भी कुछ तौर-तरीके हैं जिन्हें आप को बड़ी ही सावधानी से सीखना चाहिये।बात शुरू करने से पहले एक चीज़ समझ लिजिये फेसबुक एक सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट है और WhatsApp एक मैसेंजर, दोनों का काम करने का तरीका, इस्तेमाल, फायदे और नुक्सान एक दुसरे से बिलकुल उल्टा है और हम में से ज्यादातर लोग इन दोनों के इस्तेमाल में ठीक उलटे ढंग से करते हैं, यानी जो फेसबुक पर करना चाहिए वो whatsapp पर और जो whatsapp पर करना चाहिए वो फेसबुक पर।

एक मोहतरमा जो 23-24 साल की होंगी और एक कंपनी में नौकरी करती हैं ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल को बहुत निजी रखा है यहाँ तक की अपनी फोटो भी नही लगायी है(पहली गलती)।वो whatsapp भी इस्तेमाल करती हैं और अक्सर अपनी whatsapp, viber पर फ़ोटो सेल्फ़ी के रूप मे खींचकर लगाती रहती हैं(दूसरी गलती)। उनके किसी दीवाने ने मैडम का नंबर अपने मोबाइल में सेव कर लिया अब उस एकतरफा आशिक़ ने (जो शायद लड़की के आसपास से ही है) वो सारी फ़ोटो लंबे समय तक अपने फोन में सेव कीं। मैडम ने अपने फ़ोन में कोई कोड नही डाला था(एक और गलती) और सेल्फ़ी के शौक में अपने घर की, सो के उठकर, कम(नाममात्र के)कपड़ों में तस्वीरें ले रखीं थीं(सबसे बड़ी गलती)
किसी तरह से वो तस्वीरें उस बन्दे ने अपने फ़ोन में ट्रान्सफर की(याद रखें उत्पीड़न के 50फीसदी मामले अपनों के द्वारा ही होते हैं) और फेसबुक पर उसी लड़की के नाम और तस्वीर से एक प्रोफाइल बनाकर अपलोड कीं। इसके बाद एक एक कर के वो तस्वीरें भी आना शुरू हुई जिनका सामने आना कोई अपराध तो नही पर शर्मनाक ज़रूर था। इसके बाद उसी व्यक्ति ने खुद अपने आसपास उस लड़की के बारे में बाते फैलाना शुरू किया।
आज उस व्यक्ति की पहचान और शिकायत भी कर दी गयी है शायद उसपर कार्यवाही भी हो पर जो नुकसान हो चुका उसकी भरपाई मुशकिल है इस घटना से आप को कुछ सबक ज़रूर सीखने चाहिए।

फेसबुक कोई चैटिंग पोर्टल नही है और यहां आज वास्तविक प्रोफाइल की संख्या फेक प्रोफाइल से ज़्यादा है अतः या तो आप इस पर अकाउंट बनाइये मत और अगर बनाइये तो कम एक वास्तविक फ़ोटो डालिए। वरना कल को आप के नाम से कोई फेक प्रोफाइल बनाएगा तो आप के शुभचिंतक आपके बिना तस्वीर वाले असली अकाउंट को ही नही पहचान पाएंगे।

whatsapp का इस्तेमाल भारत में 7करोड़ लोग करते हैं और इनमें किसी को आप की तस्वीर तक पहुँचने के लिए सिर्फ आप का फ़ोन नंबर चाहिए होता है तो यहाँ अपनी तस्वीर बार बार न बदला करें।(उसपर लाइक भी नही मिलते)

फेसबुक पर अपने बच्चों की तस्वीर और उनके स्कूल के प्रोग्राम की डिटेल कभी ना डालें आप के बच्चे निश्चित ही प्यारे हैं पर लाइक और कमेंट पाने की चीज़ नही हैं।(ह्यूमन ट्रैफिकिंग, किडनैपिंग की ज़्यादातर घटनाओं में जानकारी अब यहीं से उपलब्ध होती है)

आप कहीं घूमने जा रहे हैं, हवाईजहाज, ट्रेन में अकेले सफ़र कर रहे हैं तो इसको स्टेटस में अपडेट ना करें वापस आकर फ़ोटो शेयर करें(आप के घर को अकेला जानकार कौन हाथ साफ कर जाए,कौन आपकी अकेली पत्नी, बच्ची पर........)


अपने फ़ोन में पैटर्न लॉक ज़रूर डालें (आपके फोन में आप के ही नही दूसरों की पर्सनल चीज़ें जैसे उनके नंबर आदि भी होते हैं साथ ही साथ आप की हर id बैंक अकाउंट की डिटेल वगरह भी सेव रहती है यदि आप इंटरनेट से खरीददारी करते हैं तो ये स्थिति और खतरनाक होजाती है)।

आखिरी और सबसे ज़रूरी बात जिसे शायद आपने भी किया या देखा हो कई लोग अपनी पत्नी, प्रेमिका के साथ कुछ व्यक्तिगत तस्वीरें खींचते हैं, लड़कियाँ अपने व्यक्तिगत आनंद के लिये टॉवेल शॉर्ट्स वगैरह में सेल्फ़ी खींचती हैं अगर ऐसी तस्वीर सामने आना आप के लिए असहज है तो तस्वीर मत खींचिए क्योंकि मेमोरी कार्ड से डिलीट होने के बाद भी डेटा रिकवर किया जा सकता है और तस्वीर सबसे आसानी से रिकवर होने वाली वस्तु है।(इसे करने के लिए किसी बड़े तामझाम की आवश्यकता भी नही पड़ती और कितनी भी पुरानी मेमोरी हो तस्वीर 100 में 90 बार वापस आ जाती है) और साइबर क्राइम की सब बातों के बाद भी आप उस तस्वीर को फेक साबित नही कर पाएंगे।

सोशलमीडिया और इंटरनेट बहुत कमाल की चीज़ है। इसे कायदे के साथ इस्तेमाल करिये, बहुत फायदा मिलेगा। अपनी लापरवाही से अपने आपको इस खूबसूरत चीज़ से महरूम मत करिये।

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©अनिमेष
तस्वीर इंटरनेट से साभार

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